छोटे बच्चों को बुखार आए तो क्या करना चाहिए ? – What to do and what not to do if children have fever? Home Remedies for baby fever!

जब बच्चों को बुखार होता है, तो हम बहुत चिंतित हो जाते हैं। हम बच्चों को डॉक्टर के पास ले जाते हैं। डॉक्टर उनकी उम्र और वजन के हिसाब से दवा लिखते हैं।
हम बच्चे को दवा देते हैं, लेकिन बच्चे के बुखार होने पर हम माता-पिता जाने-अनजाने में कभी-कभी कुछ गलतियाँ कर देते हैं जिससे बच्चे का बुखार ठीक होने में थोड़ा समय लग जाता है। वहीं अगर बच्चे का बुखार 3 से 4 दिन में उतर जाता है,
तो क्या ऐसी कोई बात है जो आपको याद रखनी चाहिए जब आपके बच्चे को बुखार हो?
कौन सी गलतियां आपको नहीं करनी चाहिए?
1. अगर आपके बच्चे को बुखार है, तो बहुत अधिक कपड़े न पहनाएँ, भले ही बच्चा छोटा हो। आपको लग रहा है अगर बच्चे का बुखार तेज है, तो आप बच्चे को सूती कपड़े पहना सकते हैं, हल्का स्वेटर पहना सकते हैं इस बात का ध्यान रखें, जब भी बच्चे को बुखार हो तो उसके कपड़े हल्के रखें ताकि बच्चे को आराम महसूस हो और बच्चे के शरीर की गर्मी बाहर निकल सके।

2. आपको कमरे का तापमान भी ठीक रखना है, ऐसा नहीं है कि बच्चे को अगर बुखार हो रहा है तो आपने अचानक से कमरा बंद कर दिया है, आप हवा नहीं आने दे रहे हैं और बिल्कुल भी वेंटिलेशन नहीं है। आपको ऐसी गलती नहीं करनी चाहिए। अच्छा हवादार कमरा होना चाहिए ताकि बच्चे को ताजी हवा भी मिले। अगर ऐसा लगे कि मौसम खराब है तो आपको ऐसी गलती नहीं करनी चाहिए। अगर बहुत गर्मी है तो एसी या पंखा हल्का चला कर रखें ताकि बच्चे को आराम महसूस हो। अगर बच्चे को पहले से ही गर्मी लग रही है, अगर हम बच्चे को गर्म माहौल में रखेंगे तो इससे बच्चे की परेशानी बढ़ सकती है।
3. जब भी बच्चे को बुखार हो तो आपको थर्मामीटर से बच्चे का बुखार नापना चाहिए कि कितना बुखार है तेज बुखार है, तेज बुखार आता है इसलिए बच्चे का बुखार थर्मामीटर से नापते रहें ताकि जब भी डॉक्टर के पास जाएं तो बता सकें कि बच्चे को इस समय से बुखार था और बच्चे को इतना बुखार आ रहा है तो डॉक्टर के लिए समझना थोड़ा आसान हो जाता है जब बच्चे को बुखार होता है तो हम बच्चे के सिर पर पट्टी बांध देते हैं आपको ध्यान रखना है कि पट्टी को बहुत ठंडे पानी से नहीं रखना है पानी: या तो सामान्य पानी का उपयोग करें या गुनगुने पानी का उपयोग करें

इसके बाद जब बच्चा बीमार हो तो बच्चे को हाइड्रेटेड रखें क्योंकि इस समय बच्चा बहुत कमजोर महसूस कर रहा होता है इसलिए बच्चे के शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए आपका बच्चा बड़ा है वो छह महीने से बड़ा हो गया है और उसने पानी पीना शुरू कर दिया है या आप बड़े बच्चे हैं अगर वो दो या चार साल का है तो बच्चे को जितना भी पानी दे सकते हैं दीजिए थोड़ा नींबू पानी या कोई फल दे सकते हैं
फलों का रस देने से क्या होता है बच्चे को अच्छी एनर्जी भी मिलती है और बच्चे का शरीर भी हाइड्रेटेड रहता है और अगर आपका बच्चा 6 महीने से कम है तो आपको बच्चे को हर डेढ़ से दो घंटे में खाना खिलाना है। जब बच्चे को बुखार हो अगर हल्का हो या ज्यादा न हो तो उस समय आप बच्चे को गुनगुने पानी से नहला सकते हैं लेकिन अगर बच्चे को तेज बुखार हो या मौसम ठंडा हो और आप बच्चे को नहीं लाना चाहते तो उस समय आप बच्चे को स्पंज बाथ दे सकते हैं इससे बच्चे को अच्छा महसूस होगा। बच्चे को स्पंज बाथ देने के लिए गुनगुने पानी में एक कपड़ा डालकर उसे अच्छे से निचोड़ लें। बच्चे के शरीर को अच्छे से साफ कर लेना चाहिए। गंदे कपड़ों को बदल दें। इसके बाद आप बच्चे को साफ धुले हुए कपड़े पहना दें। जब बच्चे को बुखार हो तो उस समय आपको बच्चे को हल्का खाना देना है जैसे ओट्स खिचड़ी उपमा अगर बच्चा दो चम्मच भी खा रहा है तो कोई दिक्कत की बात नहीं है आपको उसके शरीर को सही से ठीक होने के लिए समय देना चाहिए और
आखिरी बात ये है कि अगर बच्चों को बुखार रहता है या बच्चा बीमार रहता है तो इस समय सबसे जरूरी चीज है बच्चे को सही से आराम करने दें बच्चा जितना अच्छे से आराम करेगा, जितनी अच्छी नींद लेगा बच्चे का बुखार उतना ही जल्दी ठीक होगा और बच्चा अच्छे से ठीक हो पाएगा जब भी बच्चे को बुखार आए तो ये सारी चीजें जरूर करें इस बात का ध्यान रखें और ये भी ध्यान रखें कि अगर डॉक्टर के दवा देने के बाद भी बच्चे का बुखार नहीं उतर रहा है और आपने ये सारी चीजें ट्राई कर ली हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास वापस जाना है ताकि डॉक्टर डोज बदल सके या दवा बदल सके या अगर बच्चे का बुखार 102 से ऊपर है या तेज बुखार की श्रेणी में है तो डॉक्टर इस स्थिति में कुछ ब्लड टेस्ट कराने का आदेश देते हैं और पता लगाने की कोशिश करते हैं कि बच्चे को किस समस्या की वजह से बार-बार बुखार आ रहा है